
हाइलाइट्स
- संभल में होली और जुमे की नमाज का शांतिपूर्ण आयोजन हुआ
- कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 60 से अधिक जुलूस निकाले गए
- दोनों समुदायों ने मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से मनाई होली

पिछले साल नवंबर में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद दंगे हुए थे। इसमें चार लोगों की जान चली गई थी। कई लोग घायल भी हुए थे, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल थे। इस घटना के बाद से संभल में तनाव का माहौल था, इसलिए इस बार प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे।
होली और जुमे की नमाज एक ही दिन होने के कारण प्रशासन की चिंता बढ़ गई थी, इसलिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। संभल में आरएएफ ने फ्लैग मार्च किया। ड्रोन से भी निगरानी रखी गई। पूरे शहर को 29 सेक्टर में बांट दिया गया था। तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी।
जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि 1,212 जगहों पर होलिका दहन शांतिपूर्वक हुआ। लोगों ने नाच-गाकर और गुलाल लगाकर होली मनाई। 60 से ज़्यादा जुलूस निकाले गए। पारंपरिक ‘चौपाई का जुलूस’ भी शहर में निकाला गया। ये सब कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ।
मस्जिद के सदर जफर अली ने दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि होली और जुमे की नमाज दोनों ही सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाई जाएं। जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे शांति पूर्ण तरीके से हुई।
प्रशासन की मुस्तैदी और लोगों की समझदारी से दोनों त्योहार शांति से संपन्न हुए। किसी भी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। पिछले साल हुए दंगों के बाद यह पहला बड़ा त्योहार था, जो शांति से निपट गया। इससे लोगों में विश्वास जगा है कि आगे भी सभी त्योहार इसी तरह अमन-चैन से मनाए जा सकेंगे। प्रशासन की सक्रियता और लोगों की आपसी समझदारी से ही यह संभव हो पाया है।
सबकुछ ठीक से संपन्न हुआ- वंदना मिश्रा
संभल की एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा ने कहा कि हम दोनों ही त्योहार शांतिपूर्वक मनाने में कामयाब रहे हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फोर्स तैनात की गई थी। सब कुछ ठीक से संपन्न हुआ है